Thursday, 26 October 2017
Tuesday, 10 October 2017
हमारी
भारतीय सेना सबसे ताकतवर है और हमारे जवानों को सबसे उच्च स्तर की
ट्रेनिंग दी जाती है। हमारी सेना में ऐसे कमांडोज़ भी हे जो सबसे ताकतवर और
खतरनाक हे और उन कमांडोज़ का नाम है मार्कोस। मार्कोस कमांडो बनना आसान नहीं
है, सेना के जवानों में से कोई एक ही जवान मार्कोस कमांडो बन पता है।
मार्कोस कमांडो भारत की सबसे ताकतवर कमांडोज़ होते हे और वे किसी भी तरह के
ऑपरेशन को कम्पलीट करने में सक्षम होते हे पर खासकर समुद्री ऑपरेशन्स में
उनको महारत हासिल होती हे। मार्कोस कमांडोज़ की ट्रेनिंग सबसे कठिन होती हे
और ये ट्रेनिंग करीब 3 साल तक चलती हे। मार्कोस कमांडो के लिए 20 साल तक
के नौजवानो का सिलेक्शन किया जाता है और हज़ार लोगों में कोई एक ही इस
प्रक्रिया को पूरा कर पता है। ट्रैनिग का सबसे कठिन प्रोसेस होता हे 'डेथ
क्रॉल' जिसके अंतर्गत जवान को जांघों तक कीचड में दौड़ना पड़ता है। दौड़ के
वक्त उनके कन्धों पर करीब 25 किलो वजनी बैग भी होता है। इसके बाद जवान को
'हाहो और हालो ' नाम की ट्रैनिग को भी पूरा करना होता है। जिसके तहत हालो
जम्प में जवान को 11 KM की ऊंचाई से जमीन पर जम्प करना होता है और जमीन के
करीब आकर पैराशूट को ओपन करना होता है। दूसरी होती हे हाहो जिसके अंतर्गत
जवान को 8 KM की ऊंचाई से कूदकर 11 सेकंड के अंदर पैराशूट को ओपन करना होता
है। मार्कोस कमांडोज़ को हर तरह के हथियार को इस्तेमाल करने की ट्रैनिग दी
जाती है। इन कमांडोज़ के घरवालों को भी नहीं मालूम कमांडोज़ हे इन्हे अपनी
पहचान को छुपाकर कर रखना होता है और इन कमांडोज़ को ट्रेनिंग INS अभिमन्यु
में दी जाती हे।
Monday, 9 October 2017
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